Indicators on Horror story in Hindi You Should Know

घर के पास पहुंचते ही राजू ने धीरे से कहा, “सुरेश, यहाँ कुछ अजीब है। हमें जानना चाहिए कि ये भूत की कहानी सच है या नहीं।”

पिके: अच्छा कल हम तुम्हारी बहन के लिए इन्क्वारी करेंगे. तो हम तुमको कल वापस इसके बारे में जानकारी देंगे.

दिल दहला देने वाली डरावनी कहानियां (बच्चे व कमजोर दिल लोग ना पढ़ें)

आज भी पमिनाबहन के वंशज-परिवार जन उस मकान में शांति से रह रहे हैं, और इस घटना के उपचार के बाद आगे कभी उस घर में कोई असामान्य घटना नहीं हुई है।

अचानक उस शहर से बच्चों की अर्थियां उठने लगी थी।सब हक्के बक्के थे। चारों और मातम पसरा हुआ था। किसी को कुछ खबर ना था की आखिर कार ऐसा क्या हुआ हैं जो इस शहर से बच्चें मारे जा रहे हैं।...

एक रात मैं अपनी मम्मी के साथ सो रही थी, उस समय घर पर कोई नहीं था। मुझे लगता है कि यह आधी रात थी, मुझे टाइम तो पता नहीं है। अचानक मेरी नींद में मैंने, अपनी दादी माँ को मेरी माँ को पुकारते हुवे सुना। मुझे लगा कि यह Horror story in Hindi मेरा सपना था। लेकिन मुझे यकीन है कि मैं जाग रही थी, मैं इसके बारे में सोचकर बिस्तर पर बैठ गयी फिर मैंने उनकी आवाज़ सुनी। मैं पहले डर गयी क्योंकि मेरी माँ गहरी नींद में थी और घर पर कोई नहीं था। मैंने सोचा कि वह मुझे कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी और मेरी मम्मी को जगाए बिना ही चली जायेगी।

जेंसी को शक हुआ, और उसने बताया कि हमको कैमरा चेक करना चाहिए. मैंने पुछा कोंनसे कैमरा.

तभी राकेश झुमकी के कमरे में आता है और तभी डॉल जमीन पर गिर जाती है। 

कहा जाता है उस रात के बाद आदमखोर कभी गांव में वापस नहीं आया। अंधेरे का साया ही उसकी मौत का कारण बना। यह कहानी गांववालों को याद दिलाती है कि कभी कभी अंधेरा ही सुरक्षा का दूसरा रूप होता है।

वे बड़े प्रतापी तथा बलशाली थे । महाराज चक्रधर सिंह के कोई संतान नहीं थी । एक दिन उन्होंने अपने मंत्री को बुलाया और उनसे कहने ...

यह कहानी है एक ऐसे दोस्तों के समूह की जो मिलकर के कोई अपराध करते हैं और उस अपराध के कोई भी सबूत भी नहीं छोड़ते लेकिन फिर भी कहते हैं ना कुदरत सब कुछ देखती है और वही बदला भी लेती है । तो चलिए कहानी की ...

उस दिन से हर रात रोहन को एक सपना आता है जहां उसे ऐसा लगता है कि कोई उसके पीछे रेंगते हुए आ रहा है और उसे आकर पूछ रहा है कि उसके पैर कहां हैं। उसे नहीं पता कि वह शिनॉय है या टेके टेके। पर उस सवाल को सुनकर रोज रात रोहन की रूह कांप जाती है। 

बहुत देर तक हेल्प के लिए किसी को बुलाने और इंतज़ार करने के बाद मुझे वहां से निकलना पड़ा.

बहादुरपुर नाम के शहर में एक बेहद पुराना घर था। उस घर को सब लोग भूतिया घर और अशुभ कहते थे क्योंकि जो भी वहां रहने आते थे उनके साथ कोई न कोई हादसा हो जाता है। 

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